बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र की मोदी सरकार के बीच दूरियां लगातार बढ़ती जा रही है। खबर है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने से नीतीश कुमार नाराज हैं।
हाल ही में उन्होने नोटबंदी के विरोध में बयान दिया था अब खबर आ रही है कि 'एक देश, एक चुनाव' के आइडिया पर भी असहमत हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के चार साल पूरे होने पर नाराजगी भरा ट्वीट भी किया है।
खबर है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग के लिए जनता दल यूनाइटेड आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रही है। इस मुद्दे पर राम विलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा नीतीश के साथ हैं। नीतीश कुमार चाहते हैं कि मोदी सरकार डबल इंजन के वादे को निभाए। विशेष राज्य का दर्जा एक बड़ा मुद्दा है। नीतीश अब इस पर जोर दे रहे हैं। हर मंच से नीतीश और उनकी पार्टी के नेता इस मुद्दे को उठा रहे हैं।
बैंकों के रवैये पर नीतीश शुरू से उंगली उठाते आए हैं। बिहार में क्रेडिट-डिपोजिट अनुपात महज 38 फीसदी है।
नीतीश बार-बार नाराजगी जताते आए हैं कि बैंक बिहार में लोन क्यों नहीं देना चाहते। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया है कि बिहार के लोगों के जमा पैसे का इस्तेमाल दूसरे राज्यों में लोन देने के लिए हो रहा है।
(आईबीटीएन के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)
शेयरिंग के बारे में
नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। उनके साथ तेजस्वी यादव ने भी शप...
बिहार चुनाव 2020 में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिल गया है। इस चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी ...
सत्ता के विरूद्ध उठने वाली सभी छोटी-बड़ी आवाज़ों को साथ लेकर सम्पूर्ण विपक्ष के निर्माण से ह...
आजकल वैकल्पिक राजनीति की बहुत चर्चा है। राजनीति में जनसरोकार, समन्वय और शुचिता को प्राथमिकत...
बिहार में बच्चों की मौत एक राष्ट्रीय त्रासदी है: कांग्रेस मुख्यालय में गौरव गोगोई द्वारा एआ...