स्वीडन के वैज्ञानिक स्वांते पाबो ने साल 2022 का मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार हासिल किया है।
नोबेल पुरस्कार देने वाली संस्था ने सोमवार, 3 अक्टूबर 2022 को एक ट्वीट कर बताया कि वैज्ञानिक स्वांते पाबो को ये पुरस्कार ''विलुप्त होमिनिन के जीनोम और मानव विकास'' से जुड़ी उनकी ख़ोज के लिए दिया गया है।
इस नोबेल पुरस्कार की घोषणा के साथ ही एक सप्ताह तक घोषित होने वाले पुरस्कारों की शुरुआत हो गई।
वैज्ञानिक दुनिया की यह यकीनन सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार इसे स्वीडन की करोलिंस्का संस्थान की नोबेल असेंबली द्वारा दिया जाता है। पुरस्कार के तहत मिलने वाली रकम क़रीब 10 मिलियन स्वीडिश क्राउन जितनी है ($900,437)।
नोबेल पुरस्कार क्यों दिया जाता है?
डायनामाइट के आविष्कारक और स्वीडेन के एक धनी व्यवसायी अल्फ्रेड नोबेल ने इस पुरस्कार की स्थापना की थी। 1896 में अपनी मृत्यु से एक वर्ष पहले उन्होंने अपनी वसीयत में इसकी व्यवस्था की। जिसके बाद साल 1901 से हर साल विज्ञान, साहित्य और शांति जैसे क्षेत्रों में उपलब्धियों के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है। बाद में अर्थशास्त्र को भी इसमें शामिल किया गया।
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