आईआईटी भुवनेश्वर और एम्स के रिसर्चरों की संयुक्त स्टडी में पता चला है कि मॉनसून और सर्दी के मौसम में भारत में कोरोना का संक्रमण और तेज़ी से बढ़ेगा।
इस स्टडी में कहा गया है कि बारिश के कारण ताापमान में गिरावट और सर्दी में मौसम का ठंडा होना कोविड 19 के फैलने के लिए अनुकूल होगा। इस स्टडी को आईआईटी भुवनेश्वर में स्कूल ऑफ अर्थ, ओसियन एंड क्लाइमेट साइंस के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर वी विनोज के नेतृत्व में किया गया है।
इस स्टडी की रिपोर्ट का टाइटल है- ''कोविड-19 स्प्रेड इन इंडिया एंड इट्स डिपेंडेंस ऑन टेंपरेचर एंड रिलोटिव ह्यूमिडिटी'। इस स्टडी में 28 राज्यों में कोरोना संक्रमण के फैलने के पैटर्न को भी देखा गया है। विनोज ने कहा है कि तापमान बढ़ने से संक्रमण की रफ़्तार धीमी पड़ती है।
यह स्टडी अभी प्रकाशित नहीं हुई है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार इस स्टडी की रिपोर्ट से पता चलता है कि तापमान और संबंधित उमस का संक्रमण बढ़ने से संबंध है।
विनोज ने पीटीआई से कहा, "एक डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ता है तो संक्रमण के 0.99 फ़ीसदी मामले कम होने में मदद मिलेगी।"
(आईबीटीएन के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)
शेयरिंग के बारे में
डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ ने एमपॉक्स की कोविड से तुलना पर क्या कहा?
मं...
एचआईवी को लेकर वैज्ञानिकों का दावा, संक्रमित जीन कोशिका से निकाला जा सकता है
वैज्ञानिकों ने कैंसर के बेहतर इलाज के लिए अध्ययन में क्या पाया?
...
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया (एसआईआई) ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दुन...
मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार वैज्ञानिकों की उस जोड़ी को देने का ऐलान किया गया है जिसने एमआरएनए...