उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में रविवार को जमकर वोटिंग हुई। मतदाताओं के उत्साह ने आखिरकार पिछले विधानसभा चुनाव का रिकार्ड तोड़ ही दिया। उत्तर प्रदेश के 12 जिलों की 69 सीटों पर रविवार को 61.16 फीसदी मतदान हुआ।
वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में इस तीसरे चरण में कुल 59.96 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2014 के पिछले लोकसभा चुनाव में इन जिलों में कुल 58.43 फीसदी वोट पड़े थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी. वेंकटेश के अनुसार, तीसरे चरण में भी मतदान शांतिपूर्ण रहा। छिटपुट झड़पों को छोड़कर कहीं कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई। जसवंतनगर व कानपुर में दो गुटों में हुई झगड़ों के बारे में प्रेस कान्फ्रेंस में मौजूद एडीजी ला एण्ड आर्डर दलजीत चौधरी ने कहा कि पुलिस ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई की और इस कार्रवाई के चलते कहीं भी मतदान प्रभावित नहीं हुआ।
लखनऊ के अलावा औरैया, कन्नौज, बाराबंकी, उन्नाव, सीतापुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, कानपुर देहात, कानपुर नगर, मैनपुरी व इटावा में मतदान हुआ। सुबह सात बजे शुरू हुए मतदान की रफ्तार आरंभ में धीमी रही, मगर जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया मतदान में भी तेजी आती गई।
लखनऊ के विभिन्न मतदान केन्द्रों पर कई प्रमुख सियासी हस्तियों ने वोट डाले जिनमें केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, बसपा प्रमुख मायावती, केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र व उमा भारती, मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी.वेंकटेश, मुख्य सचिव राहुल भटनागर, डीजीपी जावीद अहमद, महापौर डॉ. दिनश शर्मा आदि प्रमुख हैं।
सीतापुर में तैनात माइक्रो आब्जर्वर का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। वह लखनऊ से सीतापुर चुनाव डयूटी करने जा रहे थे कि रास्ते में ही यह घटना हो गई। वह सीतापुर सीट के धरैया मतदान केन्द्र पर तैनात थे और एसबीआई की सिधौली शाखा में कैशियर के पद पर कार्यरत थे।
हरदोई में कृष्णपाल नामक एक होमगार्ड की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। बाराबंकी में ड्यूटी के दौरान एक तृतीय श्रेणी कर्मचारी की मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि हरदोई में चुनाव डयूटी के दौरान मरे गार्ड और बाराबंकी में मरे तृतीय श्रेणी कर्मचारी के मामलों को चुनाव आयोग ने संज्ञान में लिया है और इन दोनों के परिजनों को चुनाव डयूटी के नियमों के अनुसार दस-दस लाख रुपये का मुआवजा देने की कार्रवाई की जा रही है, जबकि सीतापुर में चुनाव डयूटी करने जा रहे माइक्रो आब्जर्वर के मामले में आयोग ने सीतापुर के डीएम से रिपोर्ट मांगी है।
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