गाजा सीमा पर फलस्तीनियों के प्रदर्शन पर इजरायल की गोलीबारी के खिलाफ तुर्की ने इजरायली राजदूत को देश छोड़ने का आदेश दिया है। इस बीच, इस गोलीबारी में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 61 हो गई।
बता दें कि गाजा सीमा पर इजरायली गोलीबारी में 61 फलस्तीनी मारे गए। मरने वालों में 08 से 16 साल की उम्र के बच्चे भी शामिल हैं। इस गोलीबारी में 2,700 के करीब फलस्तीनी घायल हो गए। गाजा सीमा पर प्रदर्शन करने 40,000 फलस्तीनी जुटे थे। ये लोग यरुशलम में अमेरिकी दूतावास खोलने के विरोध में थे। वे छह हफ्तों से हमास द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन में शामिल थे।
तुर्की विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को अंकारा में इजरायली राजदूत ईटन नाहे को तलब किया और देश छोड़ने को कहा। इससे पहले उसने अमेरिकी दूतावास को तेल अवीव से यरुशलम ले जाने के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के फैसले के खिलाफ सोमवार को अमेरिका व इजरायल से अपने राजदूतों को वापस बुला लिया था।
यरुशलम में अमेरिकी दूतावास खोलने के खिलाफ गाजा सीमा पर हो रहे प्रदर्शन पर इजरायली बलों ने सोमवार को भीषण गोलीबारी की थी, जिसमें 52 फलस्तीनी मारे गए थे। राष्ट्रपति रेसेप तईप एदोर्गन ने इन मौतों को नरसंहार बताया। उन्होंने फलस्तीनियों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने लिए तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया और 18 मई को इंस्ताबुल में एकजुटता रैली आयोजित करने की बात कही। उन्होंने दोहराया कि इजरायल एक आतंकवादी राष्ट्र है।
तुर्की ने गाजा हिंसा के मुद्दे पर इसी सप्ताह इस्लामिक सहयोग संगठन (ओ आई सी) की आपात बैठक बुलाई है। तुर्की के सरकारी प्रवक्ता बेकीर बोजडाग ने कहा कि अंकारा शुक्रवार को इस मामले पर आपात बैठक करना चाहता है।
बेल्जियम ने गाजा हिंसा को लेकर मंगलवार को इजरायल के राजदूत सिमोना फ्रैंकेल को तलब किया। उनसे बेल्जियाई विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी बुधवार को बात करेंगे।
दक्षिण अफ्रीका ने सोमवार को ही ऐलान किया कि वह गाजा हिंसा के विरोध में इजरायल से अपने राजदूत को वापस बुला रहा है। दक्षिण अफ्रीका के अंतरराष्ट्रीय संबंध और सहयोग विभाग ने गाजा में फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों पर इजरायली बलों की कार्रवाई की सख्त शब्दों में निंदा की।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद गाजा हिंसा का संज्ञान लेते हुए इस मुद्दे पर आपात बैठक बुलाने जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन के स्थायी पर्यवेक्षक रियाद मंसूर ने मंगलवार को कहा कि यह बैठक अगले 24 घंटों के भीतर होने की संभावना है।
अमेरिका ने इजरायल-गाजा सीमा पर हुई हिंसा की घटना की स्वतंत्र जांच की मांग करने वाले संयुक्त राष्ट्र के एक बयान के अनुमोदन को रोक दिया है। बयान के मसौदे में कहा गया कि सुरक्षा परिषद को असैन्य फलस्तीनियों की मौत का दुख है, जो शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग कर रहे थे। इसके मुताबिक, सुरक्षा परिषद जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए इन कार्रवाइयों की स्वतंत्र और पारदर्शी जांच की मांग करती है।
अमेरिका ने गाजा हिंसा के लिए फलस्तीनी संगठन हमास को जिम्मेदार ठहराया है। व्हाइट हाउस के उप प्रेस सचिव राज शाह ने मंगलवार को कहा, हम गाजा में हिंसा जारी रहने की खबरों से अवगत हैं। इन दुखद मौतों के लिए हमास जिम्मेदार है। हमास ने जानबूझकर इस प्रतिक्रिया को भड़काया है। उन्होंने कहा कि इजरायल को अपने बचाव का अधिकार है।
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