हाउडी मोदी कार्यक्रम के बाद मंगलवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फिर मुलाक़ात हुई। इस द्विपक्षीय वार्ता के बाद ट्रंप और मोदी मीडिया से रूबरू हुए।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक भारतीय पत्रकार ने मोदी की मौजूदगी में ट्रंप से कुछ सवाल पूछे।
इन सवालों का ट्रंप ने जो जवाब दिया, उसकी चर्चा सोशल मीडिया पर हो रही है। एक दिन पहले जब ट्रंप इमरान ख़ान के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, तब भी ऐसा हुआ था और पाकिस्तानी पत्रकारों का भारत में जमकर मज़ाक उड़ाया गया था।
अब ट्रंप का ऐसा ही कुछ बयान भारतीय पत्रकारों के लिए भी आया है।
जब भारतीय पत्रकार पर ट्रंप बोले थे?
तारीख़ 24 सितंबर 2019
भारतीय पत्रकारों के सवाल, ट्रंप के जवाब
भारतीय पत्रकार का सवाल: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने ये माना कि आईएसआई ने अलकायदा को प्रशिक्षण दिया था। आप इस बयान को कैसे देखते हैं?
ट्रंप: मैंने ऐसा कुछ नहीं सुना।
पत्रकार: क्या कट्टरपंथी इस्लामिक आतंक से निपटने के लिए कोई रोडमैप है?
ट्रंप: हम कश्मीर के मसले पर समाधान निकालने की कोशिश करेंगे। हम सब यही चाहते हैं।
पत्रकार: लेकिन सर क्या आतंकवाद बड़ा मुद्दा नहीं है? पाकिस्तान सरकार प्रायोजित आतंकवाद से निपटने के लिए कोई रोडमैप है?
ट्रंप मोदी की तरफ़ देखकर कहते हैं, ''आपके पास अच्छे रिपोर्टर्स हैं। काश कि मेरे पास भी ऐसे रिपोर्टर होते। आप किसी भी दूसरे पत्रकार से बेहतर कर रहे हैं। आप ऐसे रिपोर्टर कहां खोजते हैं। देखिए मुश्किलों को हल करने के लिए आपके पास महान प्रधानमंत्री हैं। मुझे इसको लेकर कोई शक नहीं है।
जब पाकिस्तानी पत्रकार पर बोले थे ट्रंप?
तारीख़ 23 सितंबर 2019
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से मुलाकात के बाद अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस थी।
पकिस्तानी पत्रकारों के सवाल, ट्रंप के जवाब
पाकिस्तानी रिपोर्टर कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के अध्यादेश से जुड़ा एक सवाल ट्रंप से पूछता है।
ट्रंप इमरान की तरफ देखकर कहते हैं, ''मुझे ये रिपोर्टर पसंद है। क्या आप (पत्रकार) इमरान ख़ान की टीम के हैं?
रिपोर्टर: मैं इमरान की टीम से नहीं हूं। मैं एक स्वतंत्र पत्रकार हूं।
इसके बाद एक दूसरा पाकिस्तानी रिपोर्टर ट्रंप से सवाल पूछता है- 50 दिनों से कश्मीर बंद है। ना ही इंटरनेट, ना ही फोन। कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। आप कश्मीरी लोगों के लिए क्या कर रहे हैं?
ट्रंप, इमरान से कहते हैं, ''आप ऐसे रिपोर्टर कहां से खोजकर लाते हैं। ये लोग कमाल के हैं।''
अमरीकी पत्रकारों से ट्रंप की तल्खी
अमरीका में पत्रकारों से राष्ट्रपति ट्रंप के बीच कई बार तीखी जंग हो चुकी है।
ट्रंप कई मौक़ों पर मीडिया संस्थानों और पत्रकारों को फ़ेक न्यूज़ फैलाने वाला बताते हुए मज़ाक उड़ा चुके हैं।
2017 में बीबीसी के जॉन सोपल की अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप से नोंकझोंक हुई थी। बीबीसी के जॉन सोपल जब सवाल करने के लिए खड़े हुए तो ट्रंप ने उन्हें बीच में ही रोकते हुए पूछा, "आप कहां से?"
जब पत्रकार ने बताया कि वो बीबीसी से हैं तो ट्रंप ने तंज़ भरे अंदाज़ में कहा, "एक और...''
बीबीसी के जॉन सोपल ने इसे तारीफ़ के तौर पर लेते हुए कहा कि यह अच्छा है...बिना किसी भेदभाव के और निष्पक्ष। सोपाल अपना सवाल पूछ ही रहे थे कि ट्रंप ने उन्हें बीच में ही रोक दिया।
ट्रंप और सीएनएन चैनल के पत्रकार के बीच हुई नोंकझोंक भी काफी चर्चा में रही थी। केबल न्यूज़ नेटवर्क (सीएनएन) के व्हाइट हाउस के मुख्य संवाददाता जिम एकोस्टा से उनका 'प्रेस हार्ड पास' वापस ले लिया गया था।
इस पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स की ओर से कहा गया था कि अगर कोई रिपोर्टर इस तरह व्यवहार करता है तो व्हाइट हाउस व्यवस्थित और निष्पक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं कर सकता। ये एक पेशेवर के लिए सही नहीं है।
ट्रंप ने साल 2018 में एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने मीडिया को 'लोगों का दुश्मन' तक कह दिया था।
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