पूर्व इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को 30 दिसंबर, 2006 को फांसी पर चढ़ाकर मार डाला गया, उनकी मृत्यु भी उसके जीवन की तरह विवादों से भरा रहा।
सद्दाम हुसैन की विनम्र शुरुआत हुई, लेकिन अपने सरल, क्रूर दक्षता से सद्दाम में अंततः सत्ता पर नियंत्रण कर लिया। 1979 तक उसका इराक पर पूर्ण नियंत्रण था और दुनिया के मंच पर एक प्रमुख व्यक्ति बन कर उभरा।
'आई न्यू सद्दाम' 2007 में अल जजीरा अंग्रेजी पर पहली बार प्रसारित किया गया।
(आईबीटीएन के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)
शेयरिंग के बारे में
वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद में स्थित व्यास तहखाने में आज से पूजा शुरू हुई
साल 2023 में दुबई में जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखकर आयोजित हुए सीओपी28 में दुनिया के 19...
भारत, मध्य पूर्व देशों और यूरोप को जोड़ने वाले कॉरिडोर का काम जल्द ही शुरू हो सकता है। जी-2...
जलवायु परिवर्तन के लिए होने वाले संयुक्त राष्ट्र के वार्षिक सम्मेलनों के उलट जी-20 की बैठको...
भारत की कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वॉशिंगटन डीसी के नेशनल प्रेस क्लब म...