प्रोफ़ेसर मोहम्मद यूनुस ने कहा, आज हमें दूसरी आज़ादी मिल गई है
गुरुवार, 8 अगस्त 2024
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस अपना कार्यभार संभालने के लिए अपने देश पहुंच गए हैं। मोहम्मद यूनुस ढाका एयरपोर्ट पर वमान से उतरे हैं।
बांग्लादेश पहुंचते ही मुहम्मद यूनुस ने कहा कि अभी देश में बहुत काम किया जाना है। मुहम्मद यूनुस ने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि बांग्लादेश के लोग उत्साहित हैं।
प्रोफ़ेसर मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में नामित करने का फ़ैसला बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन, सैन्य नेताओं और छात्र नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया।
बांग्लादेशी छात्रों का कहना था कि वे सैन्य नेतृत्व वाली सरकार को स्वीकार नहीं करेंगे।
विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले छात्रों ने अंतरिम सरकार में प्रधान सलाहकार के तौर पर मोहम्मद यूनुस का नाम प्रस्तावित किया था।
मोहम्मद यूनुस ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे आज हमें दूसरी आज़ादी मिल गई है।
मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में कानून व्यवस्था को बहाल करने की अपील भी की। पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश में उथल-पुथल भरा माहौल देखने को मिल रहा है।
जून 2024 में शुरू हुए आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों में अभी तक सैंकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं शेख़ हसीना को भी बांग्लादेश छोड़ कर भागने पर मजबूर होना पड़ा।
शेख़ हसीना के भारत आने के कार्यक्रम के बारे में भारत ने क्या कहा?
गुरुवार, 8 अगस्त 2024
भारत सरकार ने कहा है कि उनको बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के कार्यक्रम के बारे में जानकारी नहीं थी।
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान यह जानकारी दी।
रणधीर जयसवाल ने प्रेस ब्रीफ़िंग में कहा, ''भारत विदेश मंत्री ने संसद में बताया है कि एक शॉर्ट नोटिस पर शेख़ हसीना को भारत आने की मंजूरी दी गई थी। यहां भी जो स्थितियां हैं वो अभी बदल रही हैं।''
रणधीर जयसवाल ने कहा, "अभी स्थितियां बदल रही हैं. आज शाम को अंतरिम सरकार शपथ लेगी। जब एक बार सारी चीजें हो जाएंगी। मैं बता दूं कि भारत और यहां के लोगों के लिए बांग्लादेश के लोगों का हित सबसे ऊपर है।''
रणधीर जयसवाल ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर कहा, "हम अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भी नज़र रख रहे हैं। ऐसी भी रिपोर्ट हैं कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए अलग अलग समूहों और संगठनों ने कई पहल की हैं।''
रणधीर जयसवाल ने कहा कि लेकिन स्वाभाविक रूप से हम तब तक बहुत चिंतित रहेंगे जब तक कानून और व्यवस्था स्पष्ट रूप से बहाल नहीं हो जाती और हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि हर सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने सभी नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करें।
बांग्लादेश: प्रोफ़ेसर मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रधान सलाहकार की शपथ ली
गुरुवार, 8 अगस्त 2024
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रधान सलाहकार के पद पर नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने शपथ ले ली है।
अपना कार्यभार संभालने के लिए मोहम्मद यूनुस गुरुवार, 8 अगस्त 2024 को ही बांग्लादेश पहुँचे थे। ढाका पहुंचते ही मोहम्मद यूनुस ने कहा था कि अभी देश में बहुत काम किया जाना है। मोहम्मद यूनुस ने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि बांग्लादेश के लोग उत्साहित हैं।
प्रोफ़ेसर मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में नामित करने का फ़ैसला बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन, सैन्य नेताओं और छात्र नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया।
बांग्लादेशी छात्रों का कहना था कि वे सैन्य नेतृत्व वाली सरकार को स्वीकार नहीं करेंगे।
विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले छात्रों ने अंतरिम सरकार में प्रधान सलाहकार के तौर पर मोहम्मद यूनुस का नाम प्रस्तावित किया था।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोहम्मद यूनुस को बधाई दी
गुरुवार, 8 अगस्त 2024
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रधान सलाहकार के रूप में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने शपथ ले ली है।
इस मौके पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको बधाई दी है।
नरेंद्र मोदी ने एक पोस्ट में बधाई देते हुए लिखा, ''प्रोफ़ेसर मोहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारियाँ संभालने पर मेरी शुभकामनाएँ।''
मोदी ने लिखा, "हम उम्मीद करते हैं कि हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जल्द ही हालात सामान्य होंगे। भारत बांग्लादेश के साथ मिलकर दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।''
बांग्लादेश में कई हफ़्तों से चल रही अशांति और राजनीतिक उथल पुथल का एक अध्याय पांच अगस्त 2024 को ख़त्म हुआ जब तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने अपने पद से इस्तीफ़ा देकर देश छोड़ कर भाग गई और भारत में शरण ली।
शेख़ हसीना भारत में ही सुरक्षित जगह पर हैं और शेख़ हसीना पश्चिमी देशों में राजनीतिक शरण लेने की कोशिश कर रही हैं।
इस घटनाक्रम के बाद बांग्लादेश के सेना के अध्यक्ष जनरल वक़ार-उज़-ज़मान ने देश में एक अंतरिम सरकार बनाए जाने की घोषणा की थी।
विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले छात्रों ने अंतरिम सरकार में प्रधान सलाहकार के तौर पर मोहम्मद यूनुस का नाम प्रस्तावित किया था।
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