भारत ने अमरीका से वीज़ा संबंधी उस नियम को लेकर फिर से विचार करने का अनुरोध किया है जिसके चलते हज़ारों भारतीय छात्रों के सामने अमरीका छोड़ने का संकट उत्पन्न हो गया है।
अमरीकी इमिग्रेशन सेवा ने इस सप्ताह ऐलान किया है कि उन विदेशी छात्रों को देश में रहने की अनुमति नहीं होगी जिनकी यूनिवर्सिटीज अपने सभी क्लासेज को ऑनलाइन मोड में कराएगी। सिर्फ़ क्लासरूम टीचिंग और इन-पर्सन ट्यूशन लेने वाले छात्रों को अमरीका में रहने की अनुमति होगी।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ''ट्रंप प्रशासन को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि देशों के बीच संबंध बेहतर बनाने में एजुकेशनल एक्सचेंज और लोगों के आपसी संबंधों की भूमिका होती है।''
अमरीकी सरकार के इस फ़ैसले का अमरीकी अकादमिक जगत में भी विरोध हो रहा है। हार्वर्ड और मैसाच्यूट्स इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नॉलॉजी ने सरकार के फ़ैसले को अदालत में चुनौती दी है।
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