इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने मीडिया से बताया है कि कोरोना को लेकर भारत में दो वैक्सीन पर काम चल रहा है। उनके मुताबिक इन वैक्सीनों को चूहे और खरगोशों पर किया गया प्रयोग सफल रहा है। इसके बाद भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ने इन वैक्सीनों के ह्यूमन ट्रायल की मंजूरी दे दी है।
भारत बायोटैक इंटरनेशनल लिमिटेड और जायडस कैडिला भारत में कोरोना की वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत बायोटैक इंटरनेशनल लिमिटेड की वैक्सीन का नाम कोवैक्सीन है।
''अब इन दोनों वैक्सीनों के ह्यूमन ट्रायल की तैयारी चल रही है। वैक्सीन बनाने के लिए दोनों दावेदार अपने क्लीनिकल ट्रायल की जगह तैयार कर चुके हैं। दोनों जगहों पर एक-एक हज़ार लोगों पर वैक्सीन का प्रयोग किया जाएगा।''
बलराम भार्गव ने इस दौरान दूसरे देशों में चल रही वैक्सीन की तैयारियों के बारे में बात की।
उन्होंने कहा, ''रूस ने अपने वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया को तेज़ी दी है और उनका प्रयोग शुरुआती चरणों में कामयाब रहा है। चीन में भी तेज़ गति से काम चल रहा है। अमरीका में दो वैक्सीन पर तेज रफ़्तार से काम चल रहा है। जबकि ब्रिटेन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में बन रही वैक्सीन की प्रक्रिया को तेज़ करने की कोशिश कर रहा है।''
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