कोरोना वायरस की महामारी ने पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। दुनिया के कई देशों को लगता है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत चीन से हुई लेकिन उसने इसे लेकर पारदर्शिता नहीं बरती जिसके कारण लाखों लोगों की मौत हुई और अब भी इसका क़हर जारी है।
चीन को दुनिया भर के कई देश तमाम मुद्दों पर घेर रहे हैं। वो चाहे हॉन्ग कॉन्ग का मुद्दा हो या साउथ चाइना सी का। हाल ही में चीन ने हॉन्ग कॉन्ग में नया सुरक्षा क़ानून लागू किया तो अमरीका और ब्रिटेन समेत पश्चिम के तमाम देशों ने कड़ी आपत्ति ज़ाहिर की।
अमरीका और ब्रिटेन ने तो चीन के ख़िलाफ़ कुछ क़दम भी उठाए। ब्रिटेन ने चीन के उन लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया जो हॉन्ग कॉन्ग में मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने में शामिल हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव पार्टी के कुछ सासंदों ने कहा है कि प्रतिबंधों का इस्तेमाल चीनी अधिकारियों को टार्गेट करने में किया जाना चाहिए।
ब्रिटेन में चीन के राजदूत लियु शियामिंग ने बीबीसी से कहा, ''अगर ब्रिटेन की सरकार चीन के किसी भी शख्स पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर देती है तो चीन भी निश्चित तौर पर इसका जवाब देगा।''
उन्होंने कहा, "आपने देखा है कि अमरीका में क्या हुआ, वे चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाते हैं और हम उनके सांसदों और अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाते हैं। मैं नहीं चाहता है कि चीन-ब्रिटेन के संबंधों में भी जैसे को तैसे की रणनीति देखने को मिले।''
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमनिक राब ने इसी कार्यक्रम में कहा कि वह ब्रिटेन के प्रतिबंधों की सूची को बहुत आगे नहीं ले जाना चाहते हैं। लेकिन ब्रिटेन इतना भी कमज़ोर नहीं होगा कि इसके ज़रिए चीन को चुनौती ना दे सके। राब ने कहा कि वह हॉन्ग कॉन्ग और चीन पर आगे की कार्रवाई को लेकर संसद को सोमवार को सूचित करेंगे।
हॉन्ग कॉन्ग कभी ब्रिटेन का उपनिवेश था। जब ब्रिटेन ने हॉन्ग कॉन्ग शहर को चीन को सौंपा था तो उससे हॉन्ग कॉन्ग को साल 2047 तक स्वायत्तता देने की गारंटी ली थी। ब्रिटेन का कहना है कि नए क़ानून से हॉन्ग कॉन्ग को दी गई स्वायत्तता छीनी जा रही है।
हॉन्ग कॉन्ग और बीजिंग के अधिकारियों का कहना है कि इस क़ानून की मदद से राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए मौजूद ख़तरे को ख़त्म किया जा सकेगा। चीन लगातार पश्चिमी देशों को हॉन्ग कॉन्ग के मुद्दे में दखल ना देने की चेतावनी देता रहा है।
(आईबीटीएन के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)
शेयरिंग के बारे में
लाइव: इसराइल ने ग़ज़ा में 50 से ज़्यादा लोगों को मार डाला, क़तर पर हमले से क्षेत्र मे...
लाइव: हमास का कहना है कि क़तर के दोहा पर इसराइल के हमले में नेता बच गए
लाइव: ग़ज़ा में स्कूल, तंबुओं और घरों पर इसराएली हमलों में कम से कम 17 लोगों की मौत
लाइव: यमन के हूतियों ने पुष्टि की कि इसराइली हमले में समूह के प्रधानमंत्री की मौत ह...
लाइव: ग़ज़ा अस्पताल और पत्रकारों पर इसराइली हमले से दुनिया आक्रोशित