अमेरिका ने इसराइल की आलोचना की, कहा- ग़ज़ा में वादाख़िलाफ़ी हुई है

 08 Dec 2023 ( न्यूज़ ब्यूरो )
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अमेरिका ने इसराइल की आलोचना की, कहा- ग़ज़ा में वादाख़िलाफ़ी हुई है

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023

अमेरिका ने ग़ज़ा युद्ध में इसराइल के तौर तरीकों की आलोचना की है।  अमेरिका ने इस बात की भी शिकायत की है कि आम लोगों की सुरक्षा के लिए इसराइल ने जो वादे किए थे और ग़ज़ा में ज़मीन पर जो कुछ हो रहा है, उसमें काफी अंतर है।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने वाशिंगटन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सुरक्षित इलाकों के बारे में आम लोगों को स्पष्ट रूप से सूचित किया जाना चाहिए।

एंटनी ब्लिंकन ने ये भी कहा कि इन लोगों को खाने-पीने और दवाओं जैसी ज़रूरत की बुनियादी चीज़ों की सप्लाई करनी चाहिए। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति बाइडन ने इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के साथ फोन पर हुई बातचीत में आम लोगों की जान बचाए जाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है।

इसराइल का अभी तक ये कहना रहा है कि वो आम लोगों के जानोमाल को हो रहे नुक़सान को कम करने के लिए हर ज़रूरी कदम उठा रहा है।

उधर, हमास का ये कहना है कि पिछले दो महीने में ग़ज़ा में इसराइल की सैन्य कार्रवाई के कारण 17 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हुई है जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे हैं।

मशहूर फ़लस्तीनी लेखक और साहित्यकार रेफ़ात अलारीर की इसराइली बमबारी में मौत

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023

ग़ज़ा में रहने वाले फ़लस्तीनी लेखक और साहित्यकार रेफ़ात अलारीर की इसराइली हवाई हमले में मौत हो गयी है।

उनकी मौत के बाद फ़लस्तीनियों और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के बीच शोक फैल गया है।

रेफ़ात अलारीर के पिता ने बताया है कि उनके साथ-साथ उनके भाई, एक बहन और बहन के चार बच्चों की भी मौत हो गयी है।

रेफ़ात अलारीर ग़ज़ा के इस्लामिक विश्वविद्यालय में साहित्य पढ़ाया करते थे, ये विश्वविद्यालय 11 अक्टूबर 2023 को एक इसराइली हवाई हमले में नष्ट हो गया था।

इसराइल का दावा था कि ये "विश्वविद्यालय हमास के सैन्य और राजनीतिक संचालन का अड्डा था।''

इसराइल पर हमास के 7 अक्टूबर 2023 के हमले के बाद बीबीसी के साथ एक इंटरव्यू में रेफ़ात अलारीर ने हमले को "वैध और नैतिक" ठहराया था और कहा था कि ये "बिल्कुल वारसॉ घेटो अपराइज़" की तरह है।

वारसॉ घेटो अपराइज़ यानी 'वारसॉ यहूदी बस्ती विद्रोह' दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हुआ था।

जहां यहूदियों ने नाजियों के खिलाफ़ बस्ती में बंकर बनाने शुरू कर दिए थे और अपनी सुरक्षा के लिए विस्फोटक रखते थे। दरअसल इस बस्ती से ही बड़ी संख्या में यहूदियों को नाज़ी गैस चैंबर ले गए थे और उनकी हत्या कर दी गयी थी। इसके बाद बस्ती में जो यहूदी बचे रह गए उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए बंकर बनाए और विद्रोह किया।

हमास पर प्रतिबंध के सवाल पर भारत की मोदी सरकार ने लोकसभा में क्या कहा?

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023

फ़लस्तीन की ग़ज़ा पट्टी में सक्रिय संगठन हमास को भारत में प्रतिबंधित किए जाने को लेकर भारतीय संसद के निम्न सदन लोकसभा में मोदी सरकार से सवाल पूछा गया।

लोकसभा में कांग्रेस सांसद कुंबाकुडी सुधाकरन ने विदेश मंत्रालय से सवाल पूछा कि क्या हमास को भारत में एक आतंकवादी संगठन घोषित करने का कोई प्रस्ताव आया है?

कांग्रेस सांसद कुंबाकुडी सुधाकरन ने ये भी पूछा कि क्या इसराइल ने भारत सरकार से हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने की मांग की है?

इसका जवाब लोकसभा में भारत की विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दिया।

मीनाक्षी लेखी की ओर से जवाब में कहा गया कि किसी संगठन को आतंकवादी घोषित करना ग़ैरकानूनी गतिविधि निरोधक क़ानून (यूएपीए) के तहत आता है और संबंधित सरकारी विभागों द्वारा इस क़ानून के प्रावधानों के अनुरूप किसी संगठन को आतंकी घोषित किया जाता है।

ग़ज़ा संघर्ष विराम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वोट, अमेरिका के रुख़ पर सबकी निगाह

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023

इसराइल-ग़ज़ा युद्ध में तत्काल संघर्ष विराम को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023 को वोटिंग होने वाली है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा संयुक्त राष्ट्र चार्टर की धारा 99 लागू किए जाने के दो दिन बाद ये वोटिंग होगी।

इसे अभूतपूर्व माना जा रहा है क्योंकि पिछले कुछ दशकों में किसी भी संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस अधिकार का इस्तेमाल नहीं किया था।

यह कदम महासचिव को ये अधिकार देता है कि वो परिषद के संज्ञान में ऐसा कोई मुद्दा उठाएं, जिसे वो समझते हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए ख़तरा है।

संयुक्त अरब अमीरात ने एक ड्राफ़्ट प्रस्ताव तैयार किया है जिसे वोट के लिए सदन के सामने रखा जाएगा। इस पर कम से कम 9 वोट पक्ष में चाहिए और अमेरिका, रूस, चीन, फ़्रांस या ब्रिटेन की ओर से कोई वीटो नहीं होना चाहिए।

न्यूयॉर्क में बीबीसी संवाददाता नाडा तौफ़ीक का कहना है कि सुरक्षा परिषद के इतिहास में यह बहुत अहम पल है।

महसचिव एंटोनियो गुटेरेस शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023 को परिषद में राजनयिकों को संबोधित करेंगे। सुरक्षा परिषद में अधिकांश सदस्यों ने तत्काल संघर्ष विराम का पहले भी समर्थन किया है।

इसलिए सबकी नज़र इसराइल के सहयोगी अमेरिका पर होगी। हालांकि अमेरिका ने अभी स्पष्ट नहीं किया है कि वो वीटो करेगा या नहीं। अमेरिका का मानना है कि इस वक़्त यह प्रस्ताव उपयोगी नहीं है।

इसराइल-ग़ज़ा युद्धः हिरासत में फ़लस्तीनी पुरुषों को निर्वस्त्र किए जाने के वीडियो पर इसराइल ने क्या कहा?

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023

ख़ान यूनिस और उत्तरी ग़ज़ा में ज़बरदस्त लड़ाई के बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें इसराइल द्वारा हिरासत में लिए गए दर्जनों फ़लस्तीनी पुरुष दिख रहे हैं।

बीबीसी ने इस वीडियो फ़ुटेज को सत्यापित किया है, इसमें हिरासत में लिए गए फ़लस्तीनी निर्वस्त्र और कई सिर्फ अंडरवियर में दिख रहे हैं।

उन्हें ज़मीन पर बैठाया गया है और इसराइली सैनिक उनको घेरे हुए हैं।

माना जा रहा है कि इन लोगों को उत्तरी ग़ज़ा के बेत लाहिया से हिरासत में लिया गया है।

हिरासत में लिए गए लोगों में एक जाने माने पत्रकार भी शामिल हैं।

उनके मीडिया संगठन ने इसराइल पर आक्रामक सर्च ऑपरेशन और नागरिकों के साथ अपमानजनक व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।

इसराइल की सेना ने क्या कहा?

इसराइली सेना के प्रवक्ता एइलोन लेवी ने कहा कि इन लोगों को जबालिया और शेजैया से हिरासत में लिया गया और उनका दावा है कि ये हमास का गढ़ है।

इसराइली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि सैन्य सेवा में जाने की उम्र वाले ऐसे लोगों को हिरासत में लिया गया है जो उन इलाकों में पाए गए जहां से माना जाता है कि अधिकांश नागरिक जा चुके हैं।

प्रवक्ता का दावा है कि इन लोगों को उन जगहों से हिरासत में लिया गया जहां हमास के साथ भीषण लड़ाई हो रही है।

बीबीसी को बताया गया है कि इनमें से कुछ लोगों को रिहा कर दिया गया है।

इसराइली कैबिनेट मंत्री के बेटे की उत्तरी ग़ज़ा की लड़ाई में मौत

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023

इसराइल के पूर्व सैन्य प्रमुख गाडी आइसेनकोट के बेटे की ग़ज़ा में ज़मीनी अभियान के दौरान मौत हो गई।

गाडी आइसेनकोट इस समय इसराइल की वॉर कैबिनेट में मंत्री हैं।

इसराइली सेना ने कहा कि 25 साल के मेजर गाल आइसेनकोट की गुरुवार, 7 दिसंबर 2023 को उत्तरी ग़ज़ा में मौत हो गई।

एक सुरंग में हुए विस्फ़ोट के कारण वो बुरी तरह घायल हो गए थे और बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023 को इसराइली शहर हेर्जलिया में मेजर गाल आइसेनकोट के अंतिम संस्कार में इसराइली पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू और नेशनल यूनिटी पार्टी के नेता बेन्नी गैंट्ज़ के अलावा अन्य कई लोग शामिल हुए।

 

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