अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में एक शादी समारोह में बम धमाका हुआ है।
इस हमले में 63 लोग मारे गए हैं जबकि 180 से ज़्यादा लोग घायल हो गए हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बीबीसी को बताया कि एक आत्मघाती हमलावर ने खचाखच भरे रिसेप्शन हॉल में ख़ुद को विस्फोटकों से उड़ा लिया।
ये हमला शहर के शिया बहुल इलाक़े में किया गया है। हमला ,स्थानीय समयानुसार रात क़रीब दस बजकर चालीस मिनट पर हुआ।
अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है लेकिन तालिबान का कहना है कि उसका इस हमले से कोई लेना-देना नहीं है।
सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों में घटनास्थल के बाहर महिलाएं विलाप करती दिख रही हैं।
हाल के दिनों में अफ़ग़ानिस्तान में कई बड़े आत्मघाती हमले हुए हैं।
इसी महीने काबुल के बाहरी इलाक़े में एक पुलिस चौकी को निशाना बनाकर किए गए ट्रक बम हमले में चौदह लोग मारे गए थे। इस हमले में 150 से अधिक लोग घायल भी हुए थे।
उस हमले की ज़िम्मेदारी तालिबान ने ली थी।
इसके अलावा बीते शुक्रवार यानी 16 अगस्त को तालिबानी नेता हिबातुल्लाह अख़ुंदज़ादा के भाई की मौत भी एक बम धमाके में हो गई थी। अभी तक किसी भी समूह ने इसकी ज़िम्मेदारी नहीं ली है।
अफ़गानिस्तान के खुफ़िया विभाग के एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि जिस मस्जिद में यह धमाका हुआ था, हिबातुल्ला वहां नमाज़ के लिए जाने वाले थे और संभव है कि वही बम धमाका करने वालों के निशाने पर भी थे।
एक ओर जहां तालिबान और अमरीका के बीच अफ़ग़ानिस्तान में युद्ध समाप्त करने को लेकर वार्ता चल रही है। वहीं दूसरी ओर इस तरह के बड़े हमले हो रहे हैं, जिससे तनाव बना हुआ है।
वहीं रिपोर्टों के मुताबिक अमरीका और तालिबान जल्द ही शांति समझौते की घोषणा भी कर सकते हैं।
अफ़गानिस्तान के गृहमंत्री ने बम धमाके होने के कुछ घंटे बाद ही मौत के आंकड़ों की पुष्टि कर दी थी। सोशल मीडिया पर इस हादसे की जो तस्वीरें आई हैं उनमें साफ़ देखा जा सकता है कि एक बड़े से हॉल में चारों तरफ़ लाशें बिखरी पड़ी हैं।
अफ़गानिस्तान में होने वाली शादियों में अमूमन सैकड़ों की संख्या में लोग जमा होते हैं। जहां आमतौर पर पुरुष, महिलाओं और बच्चों से अलग रहते हैं।
शादी समारोह में शरीक हुए मोहम्मद फ़रहाग ने बताया कि जिस समय धमाका हुआ वो उस ओर थे जिधर महिलाओं का समूह खड़ा था। वो कहते हैं, "धमाका बहुत तेज़ था... इतना तेज़ कि उसे सुनते ही हम सभी बाहर की तरफ़ भागे।''
वो बताते हैं, "क़रीब 20 मिनट बाद पूरा हॉल धुएं से भरा हुआ था। पुरुषों वाले हिस्से में या तो लोग मर चुके थे और नहीं तो घायल थे। लाशें इतनी थीं कि दो घंटे बाद तक उन्हें बाहर निकाला जाता रहा।''
तालिबान के प्रवक्ता ने कहा है कि संगठन इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है।
तालिबान और अमरीकी प्रतिनिधि कतर की राजधानी दोहा में शांति वार्ता कर रहे हैं और दोनों ही पक्षों का कहना है कि शांति वार्ता प्रगति की ओर है।
वहीं शुक्रवार को अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट भी किया था और उम्मीद जताई थी कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाए।
उन्होंने ट्वीट किया था, "अफ़गानिस्तान पर एक बहुत अच्छी बातचीत अभी अभी पूरी हुई। 19 साल से छिड़े इस युद्ध के तमाम विपरीत पहलुओं से हटकर हम एक समझौता करने के क़रीब हैं .. यदि संभव हुआ तो।''
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